यूरोप में एक खास म्यूजियम बनाया गया है। इस म्यूजियम की खासियत यह है कि ये समुद्र के नीचे बना है।
इस म्यूजियम में घूमने के लिए आपको ऑक्सीजन मास्क पहनने की जरूरत पड़ेगी।
यह म्यूजियम समुद्र के अंदर बहुत ही खूबसूरती से बनाया गया है।
इस म्यूजियम में तकरीब 400 कलाकृतियों को बहुत खूबसूरती से सजाया गया है।
मूर्तियां पानी के नीचे ऐसे खड़ी हैं मानो वो पानी के अंदर नहीं बल्कि जमीन पर ही खड़े हैं।
इस म्यूजियम को बनाने का पूरा श्रेय ब्रिटिश कलाकार जेसन डिकेर्स टेलर को जाता है।
इन्होंने इन कलाकृतियों को सजीव रूप देने का काम किया है।
इस म्यूजियम का नाम ‘म्यूजियो अटलांटिको’ रखा गया है।
यह दुनिया का पहला अंडरवाटर म्यूजियम है।
यह म्यूजियम प्रशांत महासागर के अंदर स्थित है।
इसमें कलाकार ने ऐसी कलाकृतियों को लगाया जिसको देखने से लगता है कि वे अभी बोल पड़ेंगी।
यूरोपीय देशों में शरणार्थियों की स्थिति को ध्यान में रखते हुए भी एक कलाकृति भी बनाई गई है।
यह मूर्ति शरणार्थी संकट की दास्तां बनाया करती है।
म्यूजियम की मूर्तियों में रोजमर्रा की तस्वीरों को शामिल किया गया है।
टेलर ने इससे पहले भी कई जगहों पर इसी तरह के प्रयोग किए हैं।
उन्होंने मेक्सिको के बहामास और इंग्लैंड की थेम्स नदी में किए प्रयोग शामिल हैं।
इस म्यूजियम को 25 फरवरी से स्कूबा डाइवर्स के लिए खोल दिया जाएगा।