क्या आपको लगता है कि सच में हमारा देश आजाद हुआ है ? तो पढिये इसके बारे में गज़ब की जानकारी

कल ही हमने भारत की आज़ादी को लेकर 71वां स्वतंत्रता दिवस मनाया | कल पूरा दिन देश की आज़ादी की महक सब ओर थी तो हम सब में भी काफी उत्साह था | हर कोई देश प्रेम की बात कर रहा था मगर एक गाँव में हुयी इस घटना को देखकर आज भी मन में विचार आता है की क्या हम सच में आज़ाद हो गये है, क्या आज भी हम गाँधी जी कि विचारधारा पर चलते है ,ये खबर पढ़ कर तो बिलकुल भी नही ऐसा लगता …..

कन्या देवी हत्या कांड ,गज़ब दुनिया
कन्या देवी हत्या कांड ,गज़ब दुनिया

विज्ञान ने आज भले ही स्वयं को कितना ही साबित क्यों ना कर दिया हो मगर आज भी लोग विज्ञान से ज्यादा तो कुरीतियों और अंधविश्वासों को मानते है | राजस्थान के अजमेर में 40 वर्षीयकन्या देवी की महिला की हत्या कर दी गई | कन्या देवी को गांव वालों और उसके कुछ रिश्तेदारों ने मिलकर मार डाला| कन्या देवी को नग्न करके घुमाया गया और बुरी तरह मारा गया | गांव वाले इतने पर ही नहीं रुके, पर इसके बाद उसे जलते अंगारों पर फेंका गया | उसे इंसान का मल खिलाया गया | बस बात इतनी थी की गांव वालों को शक था कि वो लोगो पर काला जादू करती है ये सब कन्या देवी के 15 साल के बेटे की आंखों के सामने हुआ |इस घटना के अगले दिन उसकी मृत्यु हो गई| कन्या देवी के पति की मृत्यु पिछले माह हो गई थी|

कन्या देवी हत्या कांड ,गज़ब दुनिया
कन्या देवी हत्या कांड ,गज़ब दुनिया

पुलिस के अनुसार गांव की पंचायत ने आरोपियों को पुष्कर जाकर अपने पाप धोने की आज्ञा दी| जिन लोगों पर कन्या देवी की हत्या का आरोप था, उन पर 2500 रुपये का जुर्माना लगाकर उन्हें बाइज्ज़त बरी कर दिया गया, और पंचायत ने गांव वालों को सख्त हिदायत दी कि कोई भी पुलिस में रिपोर्ट न लिखवाये| इस घटना के 5 आरोपियों को गिरफ़्तार कर लिया गया है| आरोपियों का कहना है कि किसी भैरव बाबा के कहने पर उन्होंने कन्या देवी मारा , भैरव बाबा ने उन लोगो को बताया था कि कन्या देवी एक डायन है |ये पूरा मामला कन्या देवी के दूर के रिश्तेदार महादेव रेगार के कारण सामने आया |महादेव ने ही 8 अगस्त को पुलिस में इस घटना की शिकायत दर्ज की|

कन्या देवी हत्या कांड ,गज़ब दुनिया
कन्या देवी हत्या कांड ,गज़ब दुनिया

यह कोई पहली घटना नहीं है, बहुत कम घटनाएं मीडिया तक पहुंच पाती हैं, वहीं कुछ तो पुलिस तक भी नहीं पहुंचती है | हम अन्धविश्वास को इस कदर मानते है की मानवता को भूल जाते है | गाँधी जी कहा करते थे देश प्रेम से पहले मानवता आती है इंसानों से प्रेम करेंगे तो अपने आप देश से भी प्रेम हो जायेगा | हमेशा भीड़ के मूक दर्शक मत बनिए आप आवाज़ उठाएंगे तो आपके साथ दस लोग और होंगे | आजाद होने का अर्थ बस अंग्रेजो से आजाद होना नही है आजाद होना है अपने स्वार्थ , ईर्ष्या ,कायरता और अन्धविश्वास से और यह जिस दिन हो गया उसी दिन सच में देश आजाद होगा | एक विनम्र अनुरोध की देश प्रेम को सिर्फ स्वतंत्रता दिवस के दिन तक जेब में लेकर नही घुमे |