Tag: श्रीमद् भगवद्गीता
श्रीमद् भगवद्गीता – द्वितीयअध्याय – सांख्ययोग Bhagwat Geeta Chapter 2
अथ द्वितीयोऽध्यायः ~ सांख्ययोग
अर्जुन की कायरता के विषय में श्री कृष्णार्जुन-संवाद
संजय उवाच:-
तं तथा कृपयाविष्टमश्रुपूर्णाकुलेक्षणम् ।
विषीदन्तमिदं वाक्यमुवाच मधुसूदनः ॥2.1॥
भावार्थ :- संजय...
योग पर निबंध Hindi Essay on Yoga
दोस्तों , आज की तेज रफ्तार जिंदगी में अनेक ऐसे पल हैं जो हमारी स्पीड पर ब्रेक लगा देते हैं। हमारे आस-पास ऐसे अनेक...
श्रीमद् भगवद्गीता – अध्याय छः -आत्मसंयमयोग AtmSanyamYog Bhagwat Geeta Chapter 6
अथ षष्ठोऽध्यायः- आत्मसंयमयोग
कर्मयोग का विषय और योगारूढ़ के लक्षण, काम-संकल्प-त्याग का महत्व
श्रीभगवानुवाच
अनाश्रितः कर्मफलं कार्यं कर्म करोति यः ।
स सन्न्यासी च योगी च न...
श्रीमद् भगवद्गीता -अध्याय चार-ज्ञानकर्मसंन्यासयोग GyanKarmSanyasYog Bhagwat Geeta Chapter 4
अथ चतुर्थोऽध्यायः- ज्ञानकर्मसंन्यासयोग
योग परंपरा, भगवान के जन्म कर्म की दिव्यता, भक्त लक्षण भगवत्स्वरूप
श्री भगवानुवाच
इमं विवस्वते योगं प्रोक्तवानहमव्ययम् ।
विवस्वान्मनवे प्राह मनुरिक्ष्वाकवेऽब्रवीत् ॥
भावार्थ : श्री...
श्रीमद् भगवद्गीता – अध्याय तीन – कर्मयोग – Karmyog Bhagwat ...
अथ तृतीयोऽध्यायः- कर्मयोग
ज्ञानयोग और कर्मयोग के अनुसार अनासक्त भाव से नियत कर्म करने की आवश्यकता
अर्जुन उवाच
ज्यायसी चेत्कर्मणस्ते मता बुद्धिर्जनार्दन ।
तत्किं कर्मणि घोरे मां...
श्रीमद् भगवद्गीता Shrimad Bhagwat Geeta Story In Hindi
श्रीमद्भगवद्गीता हिन्दुओं के पवित्रतम ग्रन्थों में से एक है। महाभारत के अनुसार कुरुक्षेत्र युद्ध में भगवान श्री कृष्ण ने गीता का सन्देश अर्जुन को...