ये बिल्डिंग होगी दुनिया की सबसे ऊंची बिल्डिंग – एक किलोमीटर से भी जयादा होगी ऊंचाई

दुनिया की मौजूदा समय की सबसे ऊंची बिल्डिंग होने का रूतबा बुर्ज खलीफा को हासिल है। जो दुनिया का प्रमुख व्यावसायिक केंद्र बन चुकी है। पर अब जल्द ही बुर्ज खलीफा की ये बादशाहत छिनने वाली है। दरअसल, सउदी में जल्द ही बुर्ज खलीफा से भी बड़ी बिल्डिंग बनकर तैयार हो जाएगी। आगे और भी बाते जानें…



इस बिल्डिंग का नाम किंगडम टॉवर होगा। जो पूरे 170 मंजिल की होगी। इस किंगडम टॉवर को बनाने में काफी खर्च आएगा, इतना खर्च, जितने में कई फ्लाइओवर बनकर तैयार हो जाएं। जी हां, किंगडम टॉवर को बनाने में कुल 2 बिलियन डॉलर का खर्च आएगा।

‘किंगडम टॉवर’ को सउदी अरब की राजधानी जेद्दाह में बनाया जाएगा। जिसके लिए कई बिल्डरों ने हाथ मिलाया है। और 2 बिलियन डॉलर भी जुटा लिए हैं। ये दुनिया की सबसे ऊंची बिल्डिंग होगी, जिसकी ऊंचाई 1 किलोमीटर यानि लगभग 3300 फिट होगी।

इस बिल्डिंग को बनाने के लिए किंगडम होल्डिंग कंपनी बनाई गई है। जिसके मुखिया सउदी के खरबपति प्रिंस अलवलीद बिन तलाल हैं। ये कंपनी जेद्दाह इकोनॉमिक कंपनी से अटैच्ड है। जिसे सउदी का प्रमुख बैंक अलिन्मा इंवेस्टमेंट फाइनेंस कर रहा है।

शुरुआत में ‘किंगडम टॉवर’ को बनाने के लिए 4.6 बिलियन रियाल की लागत आंकी गई थी, जो 1.2 बिलियन डॉलर के बराबर थी। पर बाद में इसका बजट बढ़ गया।

मौजूदा समय में बुर्ज खलीफा दुनिया की सबसे ऊंची बिल्डिंग है। जिसकी उंचाई 828 मीटर यानि 2716 फिट है। बुर्ज खलीफा मौजूदा समय में दुनिया की सबसे आकर्षक बिल्डिंगों में गिना जाता है।

इस प्रोजेक्ट को बनाने का विचार उस समय आया, जब सरकार जेद्दाह इकोनॉमिक सिटी बसाने की योजना पर काम कर रही थी। ये इकोनॉमिक सिटी जेद्दाह के उत्तर में बन रही है। जिसकी कुल लागत 2.24 बिलियन डॉलर से भी अधिक है।


Saudi Arabia to build world’s tallest tower

वहीं, पर अब ‘किंगडम टॉवर’ भी बनाया जाएगा। ताकि इस इकोनॉमिक सिटी को दुनिया का प्रमुख व्यावसायिक केंद्र बनाया जा सके।

योजना के मुताबिक ‘किंगडम टॉवर’ अगले 3 सालों में तैयार हो जाएगा। ‘किंगडम टॉवर’ को 2018 में पूरा होना है। इसमें कई होटल होंगे, अपार्टमेंट होंगे, तो ऑफिस स्पेस भी होगा।

‘किंगडम टॉवर’ को बनाने में लगी कंपनी ने हाल ही में प्रोजेक्ट का नक्शा पास कराया है। जिसमें हर एक बात बारीकी से समझाई गई है। इस बिल्डिंग का नक्शा बनाने में ही काफी समय लग गया, जिसे दुनिया के सबसे मशहूर ऑर्किटेक्ट ने भी पास किया है।

source : cnn