आस्था: जब शिवलिंग पर माथा टेक बंदर ने त्यागे प्राण…
ईश्वर के प्रति आस्था इंसानों में ही नहीं जानवरों में भी देखने को मिलती है।
हाल ही में घटित ये घटना राजस्थान के सुभाष नगर में बने मां लालता देवी मंदिर की है जहां एक घायल बंदर घूमता-फिरता पहुंचा और मंदिर में शिवलिंग के चारों और चक्कर काटने लगा।
कुछ देर बाद बंदर ने शिवलिंग पर अपना सिर टिकाया और उसी स्थिति में अपने प्राण त्याग दिए। मंदिर में उपस्थित सभी लोग ये सब आश्चर्यचकित होकर देखते रहें। इसके बाद भक्तों ने उस बंदर की पूरे विधि-विधान के साथ शव यात्रा निकालकर अंतिम संस्कार किया।
ऐसे ही एक बंदर राजस्थान के अजमेर जिले में हनुमान जी के सबसे विशेष मंदिर बजरंगगढ़ में रामू (बंदर) वर्षों से मंदिर की पहरेदारी कर रहा है।
रामू बजरंगगढ़ के चौकीदार औंकार सिंह के बेहद करीब है। रामू पूरा दिन मंदिर की पहरेदारी करने के साथ-साथ तिलक लगवाना तिलक भी लगवाता है।
आरती के समय मंदिर की घंटी बजाता है। और भजन पर नृत्य जैसी कई अद्भूत क्रियाएं करता है
Add a Comment
You must be logged in to post a comment.
One Comment