मेवाड़ी खेल को देखने के लिए उमड़ पड़ती है भीड़
भीलवाड़ा में लोक संस्कृति और स्थानीय परम्पराओं को मंच के जरिए जीवंत रखने की पहल के लिए खेला जाने वाला यह खेल काफी चर्चित है. राजस्थान के मेवाड़ी आन बान के प्रतीक मेवाड़ी खेल को देखने प्रतिदिन बड़ी संख्या में लोग भीलवाड़ा के उपनगर सांगानेर पहुंच रहे है. लोक संस्कृति की है झलक
आधुनिक टीवी और मोबाइल के युग में भी आज मेवाड़ की संस्कृति व परम्पराओं की मिठास कायम है. इसकी झलक भीलवाड़ा के उपनगर सांगानेर में देखने को मिल रही है. जहां तेजाजी का मेवाडी खेल देखने के लिए रोज शाम को करीब एक दर्जन गांव व 36 ढाणियों के लोग जमा होते हैं.
मनोरंजन के साथ संदेश मेवाडी परम्परा व लोकवाद्य यंत्रों पर चित्तौडगढ जिले के पहुना कस्बे से आई टीम हर साल लोगों का मनोरंजन करती है. वही तेजाजी के खेल के इस आयोजन में 36 कौमें मिलकर भाग लेती है. इसमें हर समाज अपना किसी ने किसी रूप में योगदान देता है. इसमें कोई भी बडा और छोटा नहीं होता है. वहीं तेजाजी का किरादार निभाने वाले रतन लाल भाट और हीरा गुजरी का किरादार करने वाले सज्जन लाल भाट ने कहा कि हमारा यह पुश्तैनी काम है और हमें इस करने में काफी आनन्द मिलता है. अगर इसमें सरकार थोडी कलाकारों की सहायता करें तो यह और भी जगह आयोजित किया जा सकता है.
source :fb
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