लपेटो : रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने आख़िरकार चुनाब को करीब आते देख जनता के बिच जाने का मन बना ही लिया है, उन्होंने बताया है की मुंबई लोकल के पैसेंजर्स की तकलीफ़ों का जायज़ा लेने के लिये पीक आवर में लोकल ट्रेन में सफ़र करेंगे। जब उनके परिवार वालो और साथी मंत्रियो और नेताओ को इस बात का पता चला है, तब से उनके परिवार वालो का रो रो के हाल बुरा है , वही साथी मंत्रियो का तो ये सोच के बुरा हाल है की कई हमें भी कई इसी तरह जाना न पड़ जाये, सबसे ज्यादा चिंता आपदा प्रबन्धन मंत्री को हो रही है की में बाड़ में कहा जाऊंगा कई डूब गया तो ? मेरा क्या होगा !
मोदी जी ने इस पर कड़ा कदम उठाते हुए एक 5 मंत्रियो का एक दल गठन किया है जो कब से रेल मंत्री सुरेश प्रभु को मनाने में लगे हुए है की वो ऐसा आत्मघाती क़दम ना उठायें। ख़ुद प्रधानमंत्री मोदी ने उनसे अकेले में आधे घंटे तक चाय पर चर्चा की। लेकिन वो अपने फ़ैसले पर अड़े हुए हैं।
ये सब झमेला ट्वीट का है असल में, एक पैसेंजर ने ट्वीट करके रेल मंत्री प्रभु को मुंबई लोकल में सफ़र करने का चैलेंज दिया था। जिस पर प्रभु ने ट्वीट करके जवाब दिया कि “मैं पिछले साल लोकल में सफ़र कर चुका हूँ।” इस पर उस युवक ने कहा कि “तब आप दोपहर के समय खाली ट्रेन में चले थे। हिम्मत है तो सुबह या शाम के पीक आवर में चल के दिखाइये!”
प्रभु को युवक की यह बात चुभ गयी और उन्होंने चैलेंज को स्वीकार कर लिया और जवाब दिया कि “ठीक है! अगले हफ़्ते मैं किसी वर्किंग डे को शाम सात बजे दादर से अंधेरी तक सफ़र करुंगा।” उन्होंने जोश-जोश में कह तो दिया लेकिन जैसे-जैसे लोकल में चढ़ने का दिन नज़दीक आता जा रहा है, उनके दिल की धड़कनें तेज़ होती जा रही हैं।
ट्वीट के इस झमेले की बात जब राजनाथ सिंह को पता चली तो उन्होंने कड़े से कड़े शब्दों में निंदा की, उधर महाराष्ट्र सरकार इस सफ़र की तैयारियों में युद्ध स्तर पर जुट गयी है। मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नवीस ने केंद्र से अतिरिक्त सुरक्षा बलों की मांग की है। उन्होंने बताया कि आरपीएफ़ की दो टुकड़ियाँ प्रभु को दादर में चढ़ाने का काम करेंगी। उधर, अंधेरी में उन्हें सफलतापूर्वक उतारने के लिये भी प्लेटफ़ॉर्म पर पुलिस और आरपीएफ़ के डेढ़ सौ जवान मौजूद रहेंगे। इस ख़तरनाक सफ़र के दौरान उनके हाथ-पैर सही-सलामत रहें, इसके लिये ट्रेन के अंदर भी 15-20 जवान सादी वर्दी में तैनात रहेंगे।
वही भक्तों ने उनकी सलामत के लिए देश के अलग अलग जगहों पर यज्ञ और हवन शुरु कर दिए है ! बनारस के प्रसिद्ध काशी विश्वनाथ मंदिर के पुजारी ने हवन की तैयारी करते हुए कहा कि “हमें याद है कि एक बार प्रभु ने लोकल में फंसे युवक को निकाला था लेकिन अगर वो ख़ुद ही फंस गये तो वो किसे ट्वीट करेंगे! उन्हें तो फिर असली वाले प्रभु ही बचा पाएंगे ना!
डिसक्लेमरः इस खबर में कोई सच्चाई नहीं है। यह मजाक है और किसी को आहत करना इसका मकसद नहीं है।