इतिहास में 13 मई

बात हो रही है भारत के तीसरे राष्ट्रपति डॉक्टर जाकिर हुसैन की। वह भारत के प्रथम मुस्लिम राष्ट्रपति थे। तीन मई 1969 को असामयिक मृत्यु के कारण वह राष्ट्रपति के रूप में कार्यकाल पूरा नहीं कर सके। वह 1957 से 1962 तक बिहार के राज्यपाल और 1962 से 1967 तक भारत के उपराष्ट्रपति भी रहे। उन्हें वर्ष 1963 मे भारत रत्न से सम्मानित किया गया।
डॉ जाकिर हुसैन का जन्म हैदराबाद में हुआ था। लेकिन बाद में उनके पिता उत्तर प्रदेश के शहर कायमगंज रहने आ गए। डॉक्टर हुसैन यहीं बड़े हुए। भारत में शैक्षिक ढांचे को खड़ा करने में उनका अहम योगदान रहा। वह अर्थशास्त्र में पीएचडी की डिग्री के लिए जर्मनी के बर्लिन विश्वविद्यालय गए और लौट कर 1920 में उन्होंने जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी की स्थापना में खास योगदान दिया तथा इसके उपकुलपति बने।
स्वतन्त्रता प्राप्ति के पश्चात उन्होंने विभाजन के दौरान सख्तियां झेल चुके अलीगढ़ विश्वविद्यालय के उपकुलपति का पद संभाला।
महात्मा गांधी के निमन्त्रण पर वह प्राथमिक शिक्षा के राष्ट्रीय आयोग के अध्यक्ष भी बने, जिसकी स्थापना 1937 में स्कूलों के लिए गांधीवादी पाठ्यक्रम बनाने के लिए हुई थी।
वे भारतीय प्रेस आयोग, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, अन्तरराष्ट्रीय शिक्षा सेवा तथा केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से भी जुड़े रहे। 1956-58 में वह संयुक्त राष्ट्र संगठन यूनेस्को की कार्यकारी समिति में भी रहे।
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