उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में एक युवक को फेसबुक ने 29 साल बाद उसके परिवार से मिला दिया। सरधना के छुर गांव से 29 वर्ष पहले कामकाज की तलाश में जमील घर से भागकर मुंबई चला गया था। वह घर से भागकर मुंबई गया था तब उसकी उम्र 19 वर्ष थी।
इस दौरान शाहबुद्दीन का परिवार मेहनत मजदूरी करके अपना गुजर बसर करता था। शाहबुद्दीन के आठ बेटे और दो बेटियां थीं। छोटा बेटा जमील बाहर जाकर व्यापार करना चाहता था लेकिन घर वालों ने आर्थिक मदद करने से मना कर दिया।
साल 2011 में जमील का विवाह तय हुआ तो उसने अपने विवाह का कार्ड फेसबुक पर अपलोड किया। जिसे उसके भतीजे शाहनवाज उर्फ शान पुत्र शकील और चचेरे भाई आसिफ गहलौत ने जब देखा तो पहचान लिया। किसी तरह फोन पर उन्होंने जमील से संपर्क किया, जिसके बाद उनकी फोन पर बातचीत होने लगी।
जमील पहले अपनी पत्नी और बच्चों के साथ मुंबई से मेरठ पहुंचा और फिर यहां अपने भाई खलील के पास रहा। शुक्रवार को वह अपने पैतृक गांव छुर पहुंचा। जमील का परिवार उसे देख कर खुशी से झूम उठा। जमील का कहना है कि मुंबई में अब उसका कारोबार और खुद का घर है। परिवार के लोगों से मुलाकात के बाद उसे लौटना पड़ेगा, लेकिन परिवार वालों से मिलने वह आता रहेगा।