इस नहर से निकला कुछ ऐसा जिसे देख दुनिया रह गयी दंग….
1966 में इस जलाशय का निर्माण तब किया गया था जब “Grijalva” नदी के ऊपर बांध बनाया गया था। तब ये चर्च पानी के अन्दर चला गया था। पर अब ये वापस निकल आया है। सोलहवीं शताब्दी के मध्य में स्पेनिश लोगों ने इस हिस्से पर हमला कर दिया। वो उसे जीतना चाहते थे और उन्होंने वहां के नेटिव लोगों पर कैथोलिज़्म थोपना शुरू कर दिया। यह सब वो स्पेन के राजा और ईश्वर के नाम पर करते थे। “Friar Bartolome de las Casas” उस समय एक संस्था हुआ करती थी जिसके अंतर्गत वहां के मॉन्क काम किया करते थे। और वहां के नेटिव “ज़ोक” लोग अपने एक अलग धर्म का पालन किया करते थे।
स्पेनिश सैनिकों ने वहां के लोगों को दो ही ऑप्शन दिए थे, या तो वो स्पेन के राजा के गुलाम बन जाएं वरना उनको मौत के घाट उतार दिया जाएगा। आप अगर वहां घूमने जायें तो आपको एक भयावह नज़ारा देखने को मिलेगा। ये चर्च आपको किसी पुराने खंडहर की तरह लगेगा। जहां बड़े पैमाने पर कत्लेआम हुआ था। ये इलाका अक्सर धुंध में डूबा रहता है। ऐसे में ये चर्च और ज्यादा डरावना लगता है।
ये घटना पहली बार नहीं घटी है। कई सालों पहले भी ये चर्च पानी के ऊपर आ गया था। और तब लोग वहां तक चलकर भी जा सकते थे। ये चर्च एक दर्दनाक समय की कहानी सुनाता है। जब कुछ मुट्ठी भर स्पेनिश सैनिकों ने वहां के लोकल मॉन्क को मजबूर और प्रताड़ित करके जबरन उनसे इस चर्च का निर्माण करवाया और धीरे-धीरे उनका अपना धर्म विलुप्त होता चला गया। ये सब वहां के लोगों ने अपनी मर्ज़ी से नहीं किया बल्कि बन्दूक की नोक पर उनसे ये सब करवाया गया। ये आर्किटेक्चर का एक बेहद सुन्दर नमूना है पर इसके निर्माण में किस तरह से लोगों का शोषण हुआ है, इसका अंदाज़ा लगा पाना बहुत मुश्किल है।
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