नशा इंसान का ख़ुद पर भी बस नहीं चलने देता. नशे की खुमारी में इंसान कुछ भी कर सकता है. लेकिन इसी कुछ भी के चलते-चलते वो कई बार ऐसे काम कर जाता है जो दूसरों को सकते में डाल देने के लिए काफ़ी होते हैं.
1. मोहतरमा तो… आखिर गिर ही पड़ी.
नशा इंसान का ख़ुद पर भी बस नहीं चलने देता. नशे की खुमारी में इंसान कुछ भी कर सकता है. लेकिन इसी कुछ भी के चलते-चलते वो कई बार ऐसे काम कर जाता है जो दूसरों को सकते में डाल देने के लिए काफ़ी होते हैं.