गणेशोत्सव श्री बाल गंगाधर तिलक ने अंग्रेजों के खिलाफ भारतीयों को एकजुट करने के लिए आयोजित किया था जो कि धीरे-धीरे पूरे राष्ट्र में मनाया जाने लगा है। धार्मिक ग्रन्थों के अनुसार श्री वेद व्यास ने गणेश चतुर्थी से महाभारत कथा श्री...
श्री गणेश की शुभ प्रतिमा 10 दिन आपके घर में विराजित रहीं। अब बेला है उनकी बिदाई की। आइए जानें मंगल मुहूर्त और वह विशेष मंत्र जो विसर्जन के समय बोलना चाहिए भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को गणेशोत्सव...
अलग-अलग कामनाओं की पूर्ति के लिए अलग-अलग द्रव्यों से बने हुए गणपति की स्थापना की जाती है। (1) श्री गणेश : मिट्टी के पार्थिव श्री गणेश बनाकर पूजन करने से सर्व कार्यसिद्धि होती है। (2) हेरम्ब : गुड़ के गणेशजी बनाकर...
भगवान श्रीगणेश बुद्धि और कौशल के देवता हैं। उनकी आराधना कर अर्थ, विद्या, बुद्धि, विवेक, यश, प्रसिद्धि, सिद्धि सहजता से प्राप्त हो जाती हैं। हिन्दुओं में खासतौर पर श्रीगणेश प्रथम पूज्य देवता है परंतु इस हकीकत से परे एक और सत्य...
हिंदू धर्म में ज्यादातर घरों में पूजा-पाठ किया जाता है। इनमें कई लोग ऐसे होते हैं, जो घर में बाकायदा मंदिर बनाकर उसमें मूर्ति स्थापित कर पूजा-पाठ करते हैं। कई बार हम ऐसे भी घरों में मूर्तियां रखते हैं। मगर वास्तु...
शिव, महादेव, भोले शंकर या फिर नीलकंठ। भगवान शिव को न जाने कितने ही नामों से जाना जाता है। भगवान शिव के बारे में कहा जाता है कि वो विनाश के देवता है यानि सृष्टि में जब-जब पाप की अधिकता हो...
अमरनाथ यानी बाबा बर्फ़ानी की यात्रा आज ( 2 जुलाई) से शुरू गयी है। पर क्या आपको ये पता है कि अमरनाथ एक तीर्थ स्थल कैसे बना? नहीं तो आइये जान लेते हैं। वैसे तो यह प्रति वर्ष ही शुरू होता...
आप कभी कैलाश मानसरोवर यात्रा पर गए हैं। या जाना चाहते हैं। तो आपके मन में एक सवाल जरूर उठेगा, आखिर कैलाश पर है कौन तमाम ग्रन्थ, पुराण बताते हैं कि कैलाश पर महादेव का वास है। हजारों लोग कैलाश के...
भारत में बहुत सी जगह माता को बलि चढाने की प्रथा आज भी है। जिसमे से कई जगह तो खुद के स्वार्थ हेतु बलि चढ़ाई जाती है। ऐसे ही एक माँ मुंडेश्वरी के मंदिर में भी बकरे की बलि चढ़ाई जाती...
देशभर में गुरुवार यानी 5 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाई जा रही है। शास्त्रों में वर्णन मिलता है कि शरद पूर्णिमा की रात चन्द्रमा सोलह कलाओं से संपन्न होकर अमृत वर्षा करता है, इसलिए इस रात में...