ज़माना ही बदल देंगे…
अपनी मोहब्बत के लिए आशियाना बदल देंगे,
दिल ने चाहा तो ये फ़साना बदल देंगे,
अरे दुनिया वालों तुम्हारी हस्ती ही क्या है,
जरूरत पड़ी तो सारा ज़माना ही बदल देंगे।
जल जाते हैं मेरे दुशमन…
जल जाते हैं मेरे अंदाज से मेरे दुशमन…
क्यूंकि एक मुद्दत से मैंने न मोहब्बत बदली
और न ही दोस्त बदले।
मेरी शोहरत…
लोग मुझे अपने होंठों से लगाए हुए हैं,
मेरी शोहरत किसी के नाम की मोहताज नहीं।
सुरमे की तरह पीसा…
सुरमे की तरह पीसा है हमें हालातों ने,
तब जा के चढ़े है लोगों की निगाहों में।
किरदार का फ़ैसला…
मेरे लफ्जों से न कर मेरे किरदार का फ़ैसला,
तेरा वजूद मिट जायेगा मेरी हकीकत ढूंढ़ते ढूंढ़ते।