साल में एक दिन यानी ‘सैंट पेट्रिक डे’ (17 मार्च) के मौके पर शिकागो नदी का पानी हरा दिखाई देता है। फोटोग्राफर मर्लीन केल्डेरॉन ने विशेष मौके पर नौका विहार का दृश्य दिखाने के लिए यह शॉट क्लिक किया है। उनके अनुसार वर्ष 1962 से हर साल प्लम्बर एसोसिएशन इस नदी में फ्लोरससीन (एक तरह का रसायन) डालती है, ताकि प्रदूषण का पता चल सके।
पर्यावरण संरक्षण एजेंसी ने रसायन पर आपत्ति ली थी, क्योंकि उससे नदी को नुकसान था। बाद में फ्लोरससीन के साथ सब्जियों का पावडर मिलाया जाने लगा, जिससे नदी को नुकसान नहीं होता था। अब एक सप्ताह का सेलिब्रेशन होता है। उसमें लोग हरी एवं नारंगी ड्रेस में पहुंचते हैं। ये रंग सैंट पेट्रिक डे फेस्टिवल की पहचान भी हैं।
बता दें कि सैंट पेट्रिक आयरलैंड के संत थे, उनकी याद में वहां अवकाश होता है। सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं। कैथोलिक समाज 17वीं सदी से कई देशों में 17 मार्च को सेंट पेट्रिक डे मना रहा है।