उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले के गोलाघाट इलाके से 23 अगस्त दिन बुधवार को देर रात संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हुई छात्रा का पता लगाने में पुलिस के हाथ खाली हैं। परिवारजनों ने इस मामले को लेकर 24 अगस्त को छात्रा के साथ पढ़ने वाले एक छात्र के खिलाफ नामजद तहरीर दी थी। अब हफ्ते भर बाद जब पुलिस छात्रा का कोई सुराग लगाने में कामयाब नहीं हुई तो बिना शव मिले इसे आत्महत्या का मामला बताना शुरू कर दिया।
रायबरेली की रहने वाली है छात्रा बता दें कि रायबरेली जिले के मिल एरिया थाना क्षेत्र के अंतर्गत कल्लू का पुरवा निवासी राजेंद्र बहादुर सिंह की बेटी निवेदिता सिंह (21) सुल्तानपुर के जाने-माने संस्थान केएनआई के कृषि संकाय में बीएससी तृतीय वर्ष की छात्रा थी। जहां वह गोमतीनगर इलाके में हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करती थी। बीते दिनों वह फाइनल परीक्षा देने के बाद हास्टल छोड़कर कानपुर एमएससीएजी में प्रवेश के लिए कोचिंग करने चली गई थी।
छात्रा की बुआ गीता सिंह ने बताया कि सोमवार को वह कानपुर से सुल्तानपुर आई थी। हॉस्टल में अपनी एक सहपाठी के कमरे में रुकी थी। मंगलवार को उसकी प्रयोगात्मक परीक्षा थी। जिसके बाद बुधवार की सुबह उसे वापस कानपुर जाना था। लेकिन बुधवार को तड़के ही वह रहस्यमय तरीके से लापता हो गई।
ब्लैकमेल कर रहा था आरोपी छात्र गौरव सिंह – बुधवार को निवेदिता का कुछ पता ना चलने पर परिवारवालों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस को छानबीन में गोलाघाट पुल पर छात्रा का मोबाइल फोन बरामद हुआ। मोबाइल फोन से मिली जानकारी के मुताबिक छात्रा ने रात भर गौरव सिंह से फोन पर बात की थी। लापता होने से पहले छात्रा द्वारा लिखे एक नोट के मुताबिक गौरव सिंह नाम का छात्र बार-बार फोन करके निवेदिता को ब्लैकमेल कर रहा था। छात्रा के फोन में मिले बैंक के मैसेज से पता चला है कि उसने गौरव सिंह के अकाउंट में कई बार पैसे डाले थे।
गौरव सिंह के पास छात्रा की कुछ ऐसी तस्वीरें थी जिसके आधार पर वह उसे बार बार ब्लैकमेल कर धन उगाही कर रहा था।
पुलिस बरत रही है ढील – छात्रा के लापता होने के हफ्ते भर बाद भी जब पुलिस छात्रा का कोई सुराग नहीं लगा पाई तो पुलिस ने इस मामले को आत्महत्या का रंग देना शुरू कर दिया। परिवारजनों का कहना है कि अगर यह आत्महत्या का मामला है तो हफ्ते भर बीत जाने के बाद भी शव बरामद क्यों नहीं किया जा सका।
इस सवाल पर पुलिस ने चुप्पी साध ली है। परिवारजनों का आरोप है कि पुलिस आरोपी के साथ नरमी बरत रही है, जिसके चलते आरोपी ने अभी तक ब्लैकमेल किए जाने या छात्रा के अपहरण किए जाने का अपराध नहीं कुबूला है। जबकि छात्रा द्वारा लिखे नोट में यह स्पष्ट रूप से लिखा है कि आरोपी गौरव सिंह छात्रा की कुछ असहज तस्वीरों को लेकर उसे बार-बार ब्लैकमेल कर पैसे मांग रहा था।