लड़कियों के खतना करने की प्रथा दुनिया के कई देशों में मौजूद है लेकिन भारत में इसके मामले कम ही सामने आते है। कई बार इस तरह के मामले भारत में सामने आते हैं लेकिन इस दफा जो मामला सामने आया है, वो चौंकाने वाला है। केरल में लड़कियों के खतना का मामला सामने आया है।
अफ्रीका के मुल्कों में लड़कियों की खतना की प्रथा का प्रचलन है। ऐसा माना जाता है कि पढ़े-लिखे समाजों में इसका चलन नहीं है लेकिन देश के सबसे शिक्षित राज्य केरल में लड़कियों के खतना का मामला सामने आया है। एक संगठन की रिपोर्ट में केरल के कोझिकाड में कुछ डॉक्टरों के लड़कियों के खतना करने का मामला सामने आया है। कुछ समय पहले अमेरिका में भी एक महिला डॉक्टर की गिरफ्तारी लड़कियों की खतना करने के मामले में हुई थी। इसी साल मई में सुप्रीम कोर्ट ने भी खतना को लेकर एक याचिका पर सुनवाई करते हुए सरकार से इसकी जानकारी देने को कहा था।
दुनिया में बहुत महिलाओं का खतना बहुत ज्यादा प्रचलित नहीं है लेकिन प्रथा एशिया और अफ्रीका के बहुत से देशों में यह प्रथा आज भी है। खासकर बोहरा समुदाय में यह प्रथा है और भारत में करीब 20 लाख बोहरा हैं। ऐसे में भारत में भी महिलाओं के खतना के मामले सामने आते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार अफ्रीका और एशिया के करीब 30 देशों में खतना की प्रथा है।
कैसे होता महिलाओं का खतना
खतना में योनि के एक हिस्से क्लाइटॉरिस को निकाल दिया जाता है। या फिर कुछ जगहों पर क्लाइटॉरिस और योनि की अंदरूनी त्वचा को भी आंशिक रूप से हटा दिया जाता है।
क्यों किया जाता है लड़कियों का खतना
जिन समुदायों में महिलाओं के खतना का प्रचलन है, उनका मानना है कि इससे महिलाओं की सेक्स के लिए इच्छा कम हो जाती है। साथ ही माना जाता है कि इससे मासिक धर्म के दौरान दर्द कम होता है। वहीं खतना के बाद सेक्स करते हुए भी महिलाओं का आनंद कम हो जाता है।